मंत्री ने लगायी शर्त, अधिकारियों को करना होगा स्कूलों का नियमित निरीक्षण
लखनऊ, 27 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण व यात्रा भत्ता के रुप में अब हर महीने 12 हजार रुपये अतिरिक्त मिलेंगे। हालांकि प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ सतीश द्विवेदी ने इसमें एक शर्त लगा दी है कि अधिकारियों को माह में कम से कम 20 दिन स्कूलों का निरीक्षण करना आवश्यक होगा।
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ द्विवेदी शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रदेश भर के खण्ड शिक्षा अधिकारियों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने शिक्षा अधिकारियों को बेसिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के कई मंत्र दिए और उनकी मांगों के अनुरूप हर माह 12 हजार रुपये (600 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से) निरीक्षण और यात्रा भत्ता देने की घोषणा की।
मंत्री ने यात्रा भत्ता की घोषणा करते वक्त यह भी शर्त लगा दी कि शिक्षा अधिकारियों को हर माह कम से कम 20 दिन स्कूलों का निरीक्षण करना अनिवार्य होगा। साथ ही निरीक्षण की पूरी रिपोर्ट फोटो के साथ प्रेरणा एप पर भी अपलोड करनी होगी।
डॉ द्विवेदी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार खण्ड शिक्षा अधिकारियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखेगी। उन्हें हर आवश्यक सुविधाएं दी जाएंगी लेकिन यदि किसी शिक्षा अधिकारी के बारे में विभागीय नियमों का पालन न करने की शिकायत मिलेगी अथवा कोई अनियमितता पायी जाएगी तो उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई भी करेगी।
मंत्री की समीक्षा बैठक में तेज बारिश के बावजूद प्रदेश भर के 730 खण्ड शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में प्राथमिक शिक्षा से जुड़ी तमाम योजनाओं और परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई और समीक्षा भी की गई। इनमें आपरेशन कायाकल्प, निःशुल्क यूनिफार्म वितरण, कन्या सुमंगल योजना, कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं समेत कई मद शामिल रहे।
बैठक में 4000 फर्जी अध्यापकों के चिन्हाकन और उनके खिलाफ की गई कार्रवाईयों के बारे में भी समीक्षा की गई। इस दौरान खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने अपने अच्छे कार्यों का प्रस्तुतीकरण भी दिया। बैठक में शासन स्तर के भी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।