गोरखपुर, 31 जुलाई (हि.स.)। दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को अपने गृह जनपद पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय इतिहास में सिखों के बलिदान को हमेशा याद किया जायेगा। उधम सिंह को उनके शहादत दिवस पर याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनके साहस और शौर्य को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरु नानक से जुड़े सभी स्थानों को संरक्षित किया जायेगा।
शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस पर मोहद्दीपुर स्थित गुरुद्वारे पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिख समाज को बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने मोहद्दीपुर और जटाशंकर गुरुद्वारा में करीब पौने तीन करोड़ की लागत से अतिथि भवन एवं अन्य विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। 270.45 लाख की इस रकम से इन दोनों गुरुद्वारों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। पर्यटन विभाग इन दोनों गुरुद्वारों के मुख्य गेट पर पत्थर और लाइट लगाने के साथ लिफ्ट भी लगाएगा। इसके अलावा पुराने भवनों और उसके छत की मरम्मत कराई जाएगी।
उन्होंने नानकदेव के महत्व पर भी प्रकाश डाला। प्रदेश में गुरु नानक से जुड़े सभी ऐतिहासिक स्थलों को सुरक्षित और संरक्षित करने की बात कही। इसके साथ ही नानक से संबंधित स्थानों को आपस में जोड़ने की योजना पर भी काम करने का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1984 के सिख दंगों के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मोहद्दीपुर गुरुद्वारा में मोहद्दीपुर और जटाशंकर गुरुद्वारे के सुंदरीकरण और जीर्णोद्धार कार्यों का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि उधम सिंह की शहादत दिवस पर ऐसे कार्यक्रम में शरीक होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। एम्स, फर्टिलाइजर, फोरलेन, रामगढ़ताल जैसे कई विकासपरक कार्यों के जरिए गोरखपुर विकास के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। इन गुरुद्वारों में होने वाले काम इस कड़ी में अपनी अलग पहचान बनायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपका समर्थन हमारा संबल है और विकास उसी से होता है।
सिख गुरुओं की शहादत को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहरी आक्रांताओं से देश को बचाने में सिख गुरुओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इन गुरुओं ने जो परंपरा रखी वह देश और धर्म की रक्षा के लिए थी सिर्फ सिख समाज के लिए नहीं थी। इस अवसर पर विधायक राधामोहन दास, मेयर सीताराम जायसवाल सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।