ठेकेदार के खिलाफ भी एफआईआर के निर्देश, किया गया ब्लैक लिस्टेड
लखनऊ, 22 अगस्त (हि.स.)। गाजियाबाद में सीवर की सफाई के दौरान पांच सफाई कर्मियों की मौत के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सख्त हो गयी है। राज्य सरकार ने इस मामले में जल निगम के महाप्रबंधक समेत चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही सम्बंधित ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर करके उसे ब्लैक लिस्ट में डालने का भी निर्देश जारी किया गया है।
शासन के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने देर शाम बताया कि उप्र जल निगम यमुना प्रदूषण नियंत्रण इकाई के महाप्रबंधक कृष्ण मोहन यादव, अधिशासी अभियंता रवींद्र सिंह, सहायक अभियंता प्रवीण कुमार और अवर अभियंता अजमत अली को इस मामले में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। शासन ने इन अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के भी आदेश दिये हैं।
इसके अलावा प्रमुख सचिव ने कार्यदायी ठेकेदार फर्म मेसर्स ईएमएस इन्फ्राकान प्राइवेट लिमिटेड के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर फर्म को भविष्य में किसी भी प्रकार के कार्य न दिये जाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
गौरतलब है कि गाजियाबाद के कृष्णा कुंज में सीवर के मेनहोल की सफाई के दौरान आज अपराह्न करीब दो बजे पांच सफाई कर्मियों की मौत हो गई। पांचों मृतक बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले बताये जा रहे हैं। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।