श्रीराम न बोलने पर युवक को जिंदा जलाने का मामला एक सुनियोजित साजिश-एसपी

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चंदौली, 29 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में दूसरे समुदाय के युवक को जिंदा जलाया गया। युवक का कहना है कि जय श्रीराम न बोलने पर उसे जलाया गया है। जबकि पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से जुटाये गए साक्ष्य और बार-बार युवक के बदले जा रहे बयान से  प्रतीत हो रहा है कि यह एक सुनयोजित तरीके साजिश रची गयी है। इसके पीछे कौन है इसका जल्द ही पता लगा लिया जायेगा। फिलहाल मामला पूरी तरह से संदिग्ध मानकर पुलिस तहकीकात कर रही है।  

यह पूरा मामला सैयदराजा थाना क्षेत्र का है, जहां छत्तेम गांव के समीप रविवार सुबह सैयदराजा के वार्ड नंबर- 12 निवासी एक दूसरे समुदाय के 16 वर्षीय युवक खालिद को जिंदा जलाया गया है। वह तकरीबन 45 प्रतिशत जला हुआ और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

इस मामले में पीआरवी पुलिस ने पीड़ित युवक से पूछा गया तो उसने बताया कि वह सुबह दौड़ने गया था। मनरागपुर गांव के पास चार लड़के मिले और उसे पकड़ कर खेत की ओर ले गए और मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दिया। 

वहीं, जब पुलिस अधीक्षक ने उसका बयान लिया तो उसने बताया कि छतेम गांव की सीमा पर उसे मुंह बांधे चार लड़के मिले। इसमें एक लड़के ने नाम लेकर दूसरे लड़के से कहा कि मिट्टी का तेल लेकर आओ उसको आग लगा दो और यह स्वयं मर जाये। पीड़ित ने जिला अस्तपाल में भी यहीं बयान डॉक्टर को भी बताया था। इतना हीं नही जब उसे बीएचयू रेफर किया जा रहा था, तब उसने सब इंस्पेक्टर को बताया कि उसे दुधियारी पुलिया के पास से मोटरसाइकिल सवार चार लड़कों ने उसे अपने साथ बैठा लिया और भतीजा मोड़ पर ले गये। इसके बाद आग लगाकर जला दिया। 

एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि युवक द्वारा बार-बार बयान बदला जा रहा है, इससे मामला पूरा संदिग्ध है। युवक द्वारा कोई तथ्य छुपाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मानराजपुर का नाम लिया गया है तो मनराजपुर गांव के कुछ लड़कों के साथ सैयदपुरा गांव में रहने वाले समूदाय के लोगों से सन 2017 में शुरुआत में मारपीट की एक घटना हुई थी। उसमें जो लोग मुकदमा लिखवाने वाले थे। उनमें से एक नाम का नाम सुनील इसके द्वारा उच्चारित किया गया है। बताया कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि किसी के द्वारा युवक को सिखाया गया है। क्योंकि घटना करने वाला अगर घटनास्थल पर मिट्टी का तेल नहीं ले गया तो दूसरी जगह से दोबारा लाना मुश्किल है। युवक ने अपने बयान में कहा था कि जो दूसरा मोटर साइकिल वाला था, उसने अपने साथी से कहा कि मिट्टी का तेल ले आओ और इसके ऊपर छिड़क दो। 

  उन्होंने बताया कि युवक के बातों में शुरु से ही संदिग्धता थी। युवक के द्वारा बताये गए तीन घटना स्थलों का निरीक्षण किया गया और वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को कब्जे में लेकर फुटेज देखे गये। सभी रास्तों से इसका आना-जाना नहीं देखा गया है।

उन्होंने बताया गया कि चौथे रास्ते पर जायसवाल के मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा गया कि यह युवक जला हुआ स्थिति में आ रहा है। जब जायसवाल से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि हमने समझा कि कोई मछली मारकर आ रहा है और शरीर पर मिट्टी लगी हुई है। इसके बाद इसी रास्ते पर जांच की गयी तो सरैया गांव से हाइवे से सटे एक मजार जाकर देखा तो इस युवक का एक चप्पल और कपड़े जले हुए पड़े थे।

 छानबीन की गई तो मजार के सामने ही एक युवक दिनेश मौर्य जो हॉकर का काम करता है। वो वहां पर आये और उन्होंने बताया कि जब सुबह चार बजे करीब अखबार लेने जा रहे थे तो हल्की बारिश हो रही थी। देखा कि एक पागल अपने ऊपर आग डालकर भाग रहा था। वहां उसको बचाने के लिए पीछे-पीछे गये तो वहां युवक दूसरे रास्ते से भाग निकला। 

घटना के दौरान वहां पर कोई भी मोटरसाइकिल व युवक नहीं था तो उन्होंने समझा की कोई पागल है और वहां अपना समाचार पत्र लेने के दूसरे रास्ते से चले गये। उन्हें जब यह जानकारी हुई कि सैयदरजा गांव के युवक ने आग लगा लिया है तो उनके द्वारा इस बात की पुष्टि की गई है। जब युवक द्वारा इस घटना को अंजाम दिया था, वो इस प्रकरण के चश्मदीद गवाह हैं। उन्होंने बताया कि जब युवक घटना कर रहा था कि कोई भी व्यक्ति नहीं था। 

एसपी ने बताया कि चश्मदीद के बयान के आधार पर यह प्रतीत हो रहा है कि किसी को फंसाने की इरादे से सुनयोजित तरीके से यह साजिश रची गयी है। फिलहाल जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आयेगा, उसको जल्द ही खुलासा किया जायेगा। 

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