लखनऊ, 03 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने लखनऊ से नई दिल्ली के बीच तेजस ट्रेन के संचालन की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस शुक्रवार को लखनऊ जंक्शन से रवाना होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव ने गुरूवार को बताया कि तेजस ट्रेन एक घंटे से अधिक लेट हुई तो 100 रुपये और दो घंटे से अधिक लेट होने पर 250 रुपये मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे का भुगतान भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम करेगा। उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को मुआवजा देने का आदेश भी जारी कर दिया है। ऐसा पहली बार होगा जब रेलवे यात्रियों को ट्रेन के लेट होने पर मुआवजा देगा।
मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि आईआरसीटीसी ने तेजस एक्सप्रेस को चार अक्टूबर से चलाने के लिए अंतिम रैक का परीक्षण कर लिया है। लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस ट्रेन के एसी, सीसीटीवी, सेंसर, वेंडिंग सिस्टम, एनाउंसमेंट और मनोरंजन सिस्टम की भी जांच कर ली गई है। तेजस ट्रेन के लिए टीटीई की नियुक्ति भी कर दी गई है। इसके साथ ही उनको हैंड हेल्ड डिवाइस भी मुहैया करा दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि तेजस ट्रेन के यात्रियों का 25 लाख रुपये का बीमा किया जाएगा। इसके अलावा यात्रियों का सामान यदि बोगी में सफर के दौरान चोरी हो जाता है तो भी मुआवजा दिया जाएगा।
मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि आईआरसीटीसी ने तेजस ट्रेन में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए भी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हर बोगी में लगे छह-छह सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चार अक्टूबर की सुबह 9:30 बजे लखनऊ जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर छह से तेजस एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसलिए लखनऊ जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर छह पर जाने के लिए पार्सल कार्यालय से कैब-वे का रास्ता सुबह पांच से दोपहर 12 बजे तक बंद रहेगा। इस रास्ते पर केवल तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को अपना टिकट दिखाकर जाने की अनुमति दी जाएगी। शेष अन्य यात्री मुख्य प्रवेश द्वार से ही अपनी ट्रेनों तक पहुंच सकेंगे।