योगी आदित्यनाथ ने उप्र. में पर्यटन की अपार संभावनाओं के बारे में बताया
लखनऊ, 10 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में दो दिवसीय ट्रैवल मार्ट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार बौद्ध सर्किट के लिए बहुत काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बौद्ध सर्किट के सबसे अधिक छह स्थान उत्तर प्रदेश में हैं। इसी तरह जैन टूरिज्म में 24 तीर्थंकर हैं, जिनमें से 23 तीर्थंकरों की भूमि उत्तर प्रदेश ही रही है।
योगी ने कहा कि धार्मिक पयर्टन में रामायण सर्किट का मूल अयोध्या है। भगवान राम ने वनवास के दौरान जहां सबसे अधिक समय व्यतीत किया वह चित्रकूट भी उत्तर प्रदेश में ही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राम वनगमन मार्ग पर तेजी के साथ काम करवा रही है। अयोध्या का भी काफी विकास हुआ है। इस दौरान प्रयाग कुम्भ की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस आयोजन को दुनिया के अनोखे आयोजन के रूप में प्रस्तुत करने में सफल रही। उन्होंने कहा कि 48 दिनों के कुम्भ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे, इतनी अधिक संख्या में श्रद्धालु पूरी दुनिया में कहीं नहीं जाते। प्रयागराज कुम्भ ने एक मानक स्थापित किया है।
योगी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में धार्मिक पयर्टन को बढ़ावा देने के लिए कुछ नये विकास बोर्ड की स्थापना करने का भी विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि कुम्भ आयोजन के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण और मथुरा, वृंदावन, बरसाना व गोकुल के विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन पहले ही किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इसी तरह काशी विश्वनाथ धाम के रूप में वाराणसी के समग्र विकास की कार्ययोजना बड़ी तेजी से कार्यरत है। उन्होंने बताया कि अयोध्या चित्रकूट, नैमिषारण्य, विंध्यवासिनी धाम और देवीपाटन धाम को भी विकसित करने के लिए भी विकास बोर्ड की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है।
दुधवा नेशनल पार्क की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में वन्य जीवन से जुड़े अनेक केंद्र हैं। उन्होंने कहा कि टूर आपरेटर पयर्टकों को वन्यजीवन के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होंने टूर आपरेटरों और अन्य जानकार लोगों से इस मौके पर यह अपील भी कि स्थानीय नौजवानों को वे पयर्टन के बारे में प्रशिक्षित भी करें। इससे वे गाइड अथवा सेवादाता के रुप में अच्छी तरह से कार्य कर सकते हैं। इस तरह पयर्टन केंद्रों पर रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में जो समस्या है सरकार ने उसके निराकरण के लिए भी काम किया है। सरकार ने नई पयर्टन नीति घोषित की है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन के विकास में टूर ऑपरेटर, पर्यटन और पर्यटकों के बीच सेतु की भूमिका निभाते हैं। उनके सम्मुख जो भी समस्याएं आयेंगी सरकार उसका भी निराकरण करेगी।