बढ़ रही आत्महत्या की घटनाओं के कारण पुलिस महानिदेशक ने दिये निर्देश
लखनऊ, 16 अगस्त (हि.स.)। अब पुलिसकर्मियों के मानसिक अवसाद और तनाव जैसी समस्याओं के निराकरण के लिए पुलिस विभाग दक्ष मनोवैज्ञानिकों की सेवाएं लेगा। और उनके सलाह के अनुसार समस्याओं का निराकरण करेगा।
इसके लिए शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने सभी अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दे दिये हैं। बिजनौर और गाजियाबाद में पुलिसकर्मियों द्वारा किये गये आत्महत्या के प्रकाश में आने के बाद गंभीरता से लेते हुए यह आदेश पुलिस महानिदेशक ने दिया है।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय एवं संस्थानों से मनोवैज्ञानिकों का एक पूल बनाये जाने का निर्णय लिया गया है, जिनकी जोन एवं परिक्षेत्र स्तर पर सेवायें ली जायेंगी। मनावैज्ञानिक पुलिस कर्मियों में व्याप्त मानसिक तनाव एवं अवसाद की समीक्षा कर प्रतिमाह एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे, जिससे समय रहते उन कारणों का यथासम्भव निराकरण किये जाने का प्रयास किया जायेगा।
इसके लिए पुलिस महानिदेशक ने पूर्व में लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक विभाग के विभागाध्यक्ष एवं मनोवैज्ञानिक के साथ एक बैठक भी कर चुके हैं। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में स्थित बायो फीडबैक लैब की भी सेवायें लेने का निर्णय लिया जा चुका है। उपरोक्त बायो फीडबैक लैब में एक मशीन के द्वारा पुलिसकर्मियों का स्टेंस लेबल नापा जायेगा एवं रेगुलर सेशन द्वारा उनके तनाव को कम किया जायेगा। उक्त बायो फीडबैक लैब में आवश्यकतानुसार प्रदेश के सभी जनपदों से चिन्हित तनावग्रस्त पुलिस कर्मियों की काउंसलिंग की जायेगी।