लखनऊ, 11 अगस्त(हि.स.)। लखनऊ के सांसद व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने रविवार को कहा कि गोमती नगर जनकल्याण महासमिति कार्यपालिका के सदस्यों ने उनको एक ज्ञापन सौंपते हुए गृहकर वृद्धि और निजी एजेंसी द्वारा मकानों के सर्वे को रोके जाने की मांग की है। निजी एजेंसी से लखनऊ के मकानों का सर्वे ना हो, इसका प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से जानकारी हुई है कि नगर निगम ने एक अधिसूचना जारी करते हुए गृहकर में रु.0.80 से रु 4.50 की बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव लाया है। जिससे जनता को परेशानी होगी। वहीं सरकारी व अर्धसरकारी भवनों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, बैंकों, अस्पतालों, होटलों आदि पर करोड़ों रुपये बकाया हैं, जिसकी वसूली नगर निगम नहीं कर रहा है।
उन्होंने कहा कि गोमती नगर में सर्वे के दौरान निजी एजेंसी द्वारा नागरिकों से आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, मकान की रजिस्ट्री आदि की कॉपी मांगा जा रहा है। जिससे आम जनता के निजता को खतरा होगा तथा भविष्य में इन डाक्यूमेंट्स का गलत प्रयोग करके निजी जानकारी किसी भी कम्पनी को बेची जा सकती है।
बता दें कि नगर निगम ने 2008-09 में भी करोड़ों रुपए खर्च कर मकानों का सर्वे कराया था, इसके बाद दुसरी बार सर्वे कराया जा रहा है। वहीं पहली रिर्पोट को नकार दिया गया है, जबकि सेल्फ एसेसमेंट की योजना लागू थी। अब पुनः करोड़ों रुपए खर्च कर निजी एजेंसी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सर्वेक्षण का कार्य कराया जा रहा है।