आगरा, 08 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद केंद्र सरकार ने एक कदम और उठाते हुए करीब तीस कश्मीरी बंदियों को श्रीनगर जेल से आगरा के केंद्रीय कारागार में शिफ्ट किया है। सभी बंदियों को यहां कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच जम्मू से यहां विशेष विमान से लाया गया। सुरक्षा के लिहाज से खेरिया हवाई अड्डे को छावनी में तब्दील कर दिया गया था।
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त होने के बाद वहां बड़ी संख्या में उन लोगों की गिरफ्तारियां की गई हैं, जिनकी वजह से शांति-व्यवस्था को खतरा हो सकता है। इन्हीं बंदियों में से तीस बंदियों को यहां पहुंचाया गया है। खेरिया हवाई अड्डे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विमान से इन बंदियों को बंद गाड़ियों में बैठाकर केंद्रीय कारागार तक पहुंचाया गया। सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी थी कि किसी को बंदियों को लाने वाली गाड़ियों तक जाने की अनुमति नहीं थी। गिरफ्तार करके यहां भेजे गए बंदियों में अलगाववादी विचारधारा रखने वाले शामिल हैं। बंदियों को लाने वाले वाहनों की खिडकियों तक को पूरी तरह से ढक दिया गया था।
केंद्रीय कारागार के बाहर भी सुरक्षा के मद्देनजर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 तथा 35ए हटाकर दो भागों में जम्मू और लददाख बांटकर केंद्र शासित राज्य घोषित किए जाने के बाद वहां सरगर्मियां तेजी से बढ़ी हैं। वहां की जेलों में बंद बंदियों को दूसरे राज्यों में भेजा जा रहा है। पहली खेप में गुरुवार को 30 बंदियों को कडी सुरक्षा के बीच विशेष विमान से केंद्रीय कारागार लाया गया जहां उन्हें कडी सुरक्षा निगरानी में रखा गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के साथ ही खुफिया एजेंसियां चौकन्नी बनी रही। खेरिया एयर पोर्ट से सेंट्रल जेल के बीच पुलिस का कड़ा पहरा रहा। सूत्र बताते हैं कि जम्मू-कश्मीर के बंदियों को सुरक्षा के लिए पीएसी की प्लाटून बढ़ाने की तैयारी की गई है। फिलहाल बंदियों की शिफ्टिंग को लेकर जेल के अधिकारियों में खलबली मची हुई है।