लखनऊ, 02 अगस्त (हि.स.)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने राम मंदिर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ही फैसला किया कि इस मुद्दे पर अब छह अगस्त से नियमित सुनवाई होगी।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि शीर्ष अदालत ने आज जो फैसला लिया है, उसकी आशंका उन्हें पहले ही थी।
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि मध्यस्थता के जरिए राम मंदिर विवाद सुलझने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि कोर्ट यदि मध्यस्थता पैनल में अयोध्या के प्रमुख संतों और मुस्लिम धर्मगुरुओं को शामिल करता तो इस समस्या का कोई समाधान निकल सकता था। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वयं नियमित सुनवाई करने का फैसला ले लिया है, इसलिए कुछ उम्मीद बढ़ी है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा चुंकि दोनों पक्षों को अदालत के फैसले पर ही विश्वास है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय स्वागत योग्य है।
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर आज सुप्रीम कोर्ट ने यह माना कि उसके द्वारा नियुक्त मध्यस्थता पैनल की कोशिशें असफल हो गयी हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अब वह छह अगस्त से मामले की रोजाना सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट का यह भी कहना है कि मामले की सुनवाई तब तक चलेगी, जब तक कोई नतीजा नहीं निकल जाता है।
अखाड़ा परिषद की हरिद्वार बैठक टली
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने बताया है कि पांच अगस्त को हरिद्वार में परिषद की होने वाली बैठक टल गयी है। उन्होंने बताया कि इस बैठक की अगली तिथि जल्द ही घोषित की जायेगी। अखाड़ा परिषद की यह बैठक हरिद्वार में 2021 में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले को लेकर थी। इसमें सभी 13 प्रमुख अखाड़ों के प्रतिनिधियों को शामिल होना था।