लखनऊ, 10 अगस्त (हि.स.)। यूपी एसटीएफ की टीम ने एक ऐसे गिरोह के सरगना समेत दो लोगों को पकड़ा है, जिन्होंने एयरटेल की डीडीटीएम मशीन लगवाने, टॉवर लगाने, बीमा पॉलिसी कैंसिल कराने, आईपीओ में इनवेस्ट कराकर रुपये कम समय में दोगुना कराने प्रलोभन, जीएसटी, स्टेट ट्रांजक्शन चार्ज के नाम पर लगभग 200 लोगों से पांच करोड़ की ठगी की है। इन अभियुक्तों को एसटीएफ ने एक लाख ग्राहकों के अनाधिकृत डेटा के साथ नोएडा से गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ सत्यार्थ अनिरुद्ध ने बताया कि नोएडा सेक्टर छह में चल रहे फर्जी काल सेंटर संचालक शुभम मिश्रा और उसके साथी पंकज कुमार को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक लाख तीन सौ रुपये नकद, लैपटॉप, चेक, एटीएम कार्ड और कई चीजें बरामद की गयी है।
पकड़े गए गिरोह का मास्टर माइंड शुभम मिश्रा ने बताया कि उसने उन्नाव के रहने वाले अशोक दुबे से 20 लाख रुपये की ठगी की थी। उसने बताया कि बीबीए की डिग्री लेने के बाद वर्ष 2019 में उसने एडमाइर नाम की एक कम्पनी बनाकर काल सेंटर का काम शुरु किया। उसने अपने साथी पंकज, सचिन, नितिन, पुरुषोत्तम, सारदा के माध्यम से अलग-अलग नामों व विभागों को बताकर कॉलिंग करना शुरु कर दिया। यह लोग एयरटेल की डीडीटीएम मशीन लगाने, टॉवर लगाने, बीमा पॉलिसी कैंसिल कराने, आईपीओ में इनवेस्ट कराकर रुपये कम समय में दोगुना कराने प्रलोभन, जीएसटी, स्टेट ट्रांजक्शन चार्ज के नाम पर 200 लोगों से ठगी कर चुके हैं।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि डॉ. अशोक दुबे से 20 लाख रुपये, ग्रेटर नोयडा निवासी बीना त्रिपाठी से 24 लाख रुपये, बिहार के पटना निवासी दीपक से 12 लाख, असम निवासी प्रदीप गोस्वामी से 13 लाख रुपये, मुम्बई निवासी रमेश गुप्ता से 11 लाख रुपये, इलाहाबाद निवासी पारसनाथ वर्मा के पास से 16 लाख रुपये, व उमाशंकर से 17 लाख रुपये और बैगलूरु निवासी 50 लाख रुपये की ठगी की है।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों का गिरोह दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, एनसीआर क्षेत्र में फैला हुआ है। पकड़े गए लोगों ने अब तक पांच करोड़ रुपये की ठगी की है। इन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है तथा इस गिरोह के अन्य साथियों को धरपकड़ किया जा रहा है।