लखनऊ, 19 सितम्बर (हि.स.)। राजधानी लखनऊ में वाहनों के जुर्माने से संबंधित नए काूनन आने के बाद लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनवाने वालों की संख्या 35 गुना बढ़ गई है। एआरटीओ प्रशासन अंकिता शुक्ला ने गुरुवार को बताया कि देवारोड कार्यालय में इस समय 11 हजार आवेदक लर्निंग डीएल के लिए इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एआरटीओ कार्यालय में लर्निंग डीएल बनवाने की वेटिंग पहले तीन दिन होती थी जो अब बढ़कर 30 दिन पहुंच चुकी है।
ड्राइविंग लाइसेंस अधिकारी सर्वेश चतुर्वेदी ने बताया कि एक सितम्बर से मोटर यान संशोधन अधिनियम में भारी भरकम जुर्माने का प्रावधान है। इसलिए लर्निंग डीएल बनवाने वालों की संख्या करीब 35 गुना अधिक हो गई है। उन्होंने बताया कि 24 हजार लोग ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ में लर्निंग डीएल बनवाने का इंतजार कर रहे हैं। पहले जहां 1000 आवेदक कतार में थे, अब यह संख्या 35 हजार तक पहुंच गई है। इसलिए आरटीओ ऑफिस में लर्निंग डीएल ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद अब 60 दिन बाद का टाइम स्लॉट दिया जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि आरटीओ में पहले रोजाना 250 एवं एआरटीओ में 150 लर्निंग डीएल बनते थे। इन दिनों आरटीओ में यह संख्या 400 व एआरटीओ में 200 पहुंच गई है। इसके बाद भी वेटिंग बढ़ती जा रही है।
उन्होंने बताया कि लर्निंग डीएल की वैधता छह माह होती है। आवेदक को लर्निंग डीएल बनवाने के एक माह बाद या छह माह की अवधि में उसे परमानेंट डीएल में तब्दील कराना पड़ता है। इसके लिए नए सिरे से ऑनलाइन आवेदन किया जाता है। टाइम स्लॉट मिलने पर बायोमीट्रिक टेस्ट कराना पड़ता है।