लखनऊ, 28 सितम्बर (हि.स.)। लखनऊ के रिजर्व पुलिस लाइन से आरक्षी अमित और उसके साथियों ने प्रतिसार निरीक्षक प्रथम (आरआई फस्ट) आशुतोष सिंह पर 100 से ज्यादा सरकारी आर्म्स और हजारों की संख्या में एम्यूनेशन्स गायब करने का आरोप लगाया है। आरक्षियों ने आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक शिकायती पत्र लिखा है।
आरक्षी अमित के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा गया है कि आशुतोष प्रताप सिंह नियम के विरुद्ध आरआई फस्ट के पद पर बने हुए हैं। उनके पद पर रहते हुए सरकारी आर्म्स और एम्यूनेशन्स गायब हुए हैं। अब इसकी जानकारी होने पर न कोई अधिकारी इसकी जांच कर रहा है और न ही इसकी कोई पत्रावली प्रचलित है।
उन्होंने कहा कि जमा हुए आर्म्स और एम्यूनेशन का भार का कम होना इसका प्रमाण है कि गड़बड़ी हुई है और सरकारी आर्म्स एम्यूनेशन (हथियार व कारतूस) गायब हैं। इस बीच आशुतोष सिंह ने एक नयी इनोवा कार खरीदी है और कठौता झील के निकट एक आलीशान मकान बनवाया है। अगर उनके सैलेरी से जोड़ा जाये तो दोनों का होना मुश्किल होगा।
उन्होंने भ्रष्टाचार की एक और घटना की जानकारी देते हुए कहा कि जीपी के स्टोर प्रभारी ओमप्रकाश को अनियमितता के कारण हटा दिया गया था, किंतु आरआई फस्ट ने ओमप्रकाश से ही अभी तक काम लिया हुआ है। जिससे वह कमीशन लेते रहे हैं। इसी तरह से पुलिस लाइन का प्रभारी आरक्षी विवेक को बनाया गया है, जो एक कैदी को रुपये लेकर भगाने के आरोप में निलंबित रह चुका है।