शलखनऊ, 02 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद 150 कैदियों को महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती के अवसर पर रिहा किया गया। इन कैदियों की मूल सजा पूरी हो चुकी थी और ये केवल अर्थदण्ड ना भर पाने के कारण जेल में रहे। इन कैदियों के अर्थदण्ड भरने की प्रक्रिया प्रदेश सरकार की ओर से अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने पूरी कराई है।
गांधी जयन्ती पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिला जेलों से रिहा हुए कैदियों में गाजियाबाद जेल से महेन्द्र, रामपुर जेल से उमेर खान, वाराणसी जेल से विजय कुमार और गोलू, लखनऊ जेल से अशफाक, बिजनौर जेल से रोहित, अलीगढ़ जेल से बबलू, बहराइच जेल से पेंटर उर्फ मोवीन, लखनऊ से फिरोज, खीरी से राजेश उर्फ टन्ने, बहराइच से हिमाचल, बहराइच से महबूब, कानपुर नगर से अजय शर्मा, लखनऊ से राजू सरदार, गौतमबुद्धनगर से ललित, कानपुर से शिवकुमार, सुलतानपुर से राजेश कुमार, मेरठ से सकिब, आगरा से मनीष कुमार, मुजफ्फरनगर से शानू, मिर्जापुर से विवेक उर्फ मोनू गुप्ता, बागपत से सूरज, महाराजगंज से उर्मिला, हरदोई से श्रवण कुमार, मुरादाबाद से गौरव उर्फ आलू, बरेली से बाबू उर्फ तौकीर हैं।
इसके अलावा रायबरेली से बउवा, आगरा से मनोज नागदेव, रायबरेली से रामबाबू, गौतमबुद्धनगर से अशोक, उरई से वीरु, केन्द्रीय जेल नैनी से सागर, जसवंत सिंह, मो समीम, राजू आमिर, शालू वाल्मिकी, रमाकांत, बउवा, पिण्टू पटेल, नौसाद खां, मुन्ना यादव, राजा, अलीगढ़ से गोविन्दा, बलरामपुर से निजाम खां, मेरठ से विनोद, हरदोई से इन्द्रा, मिर्जापुर से डब्बू सोनकर, लखनऊ से करण उर्फ पवन सिंह, मुरादाबाद से तालिब, सुल्तानपुर से विक्रम, अयोध्या से बाल गोविन्द, झांसी से चन्द्रभान, फतेहपुर से सरदार उर्फ राजेश, उपकारागार देवबंद से साहब सिंह, मुरादाबाद से शकील, झांसी से अनिल, गोण्डा से अल्ताब, बिजनौर से तसलीम, चित्रकूट से जीतू सिंह, मेरठ से शकील, मुरादाबाद से सूरज और सचिन, गौतमबुद्धनगर से सचिन, आगरा से अर्जुन, सोनभद्र से कतवारु, लखनऊ से विक्की धोबी, मुजफ्फरनगर से दीपक व मून्नू, मेरठ से नीवन, इटावा से श्यामसुंदर, कानपुर नगर से विजय, आगरा से विश्नू, गाजियाबाद से रफीक खान, मेरठ से आसिफ, इटावा से पूते, सोनभद्र से पन्ना लाल, आगरा से लोहरे, उपकारागार महोबा से जयपाल सिंह, आगरा से जमील उर्फ इमरान व नरेश, लखनऊ से मोहम्मद सलमान व परवेज, बाराबंकी से यूसुफ, कानपुर नगर से श्रामसजीवन प्रजापति, गाजियाबाद से फतेहखान, खीरी से अशोक ईसाई, अलीगढ़ से फारुख, बदायूं से नन्हें, वाराणसी से अर्जुन, कानपुर नगर से सर्वेश, उरई से रेहान, गोरखपुर से सलीम खान, देवरिया से तैयब अंसारी, महाराजगंज से सलमान, फतेहपुर से गोपाल उर्फ इन्दल, लखनउ से रहमान को रिहा किया गया है।
कानपुर नगर जेल से बब्लू साहू और जितेन्द्र बाथम, अलीगढ़ से सिराज, बाराबंकी से गुड्डू पासी, लखनऊ से चन्दू उर्फ चांद, मेरठ से अनमोल, रामपुर से नदीम, रामपुर से सनीफ सैफी, लखनऊ से छुट्टन, अलीगढ़ से मनोज वाल्मिकी, मेरठ से वसीम, झांसी से कैलाश रजक, गाजियाबाद से मुन्ना, मेरठ से शारुख अल और रिंकू, लखनउ से विनोद, उरई से बाबर अली, पीलीभीत से अब्दुल शहीद, गौतमबुद्धनगर से रामबाबू व ललित, अलीगढ़ से जावेद, मुरादाबाद से राजकुमार, उन्नाव से सुबोध गुप्ता, सोनभद्र से सियम्बर, देवरिया से नीवन कुमार, पिन्टू, रामकलेस, हारिल, दिलदार, मुरादाबाद से छोटा, अलीगढ़ से संजय, आगरा से बब्लू सिंह, गाजियाबाद से जानू, पीलीभीत से मोहन लाल, सोनभद्र से कतवारु यादव, गोरखपुर से विनोद, अलीगढ़ से मुस्तफा, आगरा से हैदर अली, मुजफ्फरनगर से जावेद, अलीगढ़ से साहब सिंह, झांसी से बब्लू पाल, मउ से युशुफ इदरिशी, आगरा से संजय उर्फ सुलतान, अलताफ, केशव, नासिर, अंकित, खीरी से टीटू और छोटू एवं इटावा जिला जेल से छंगे उर्फ कासिम के नाम शामिल हैं।