जौनपुर, 27 अक्टूबर(हि.स.)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्विद्यालय के शोध परीक्षा परिणाम में हुई घोर धांधली को लेकर पीएचडी संघर्ष मोर्चा ने रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से लिखे पत्र भेजे हैं।
पत्र के माध्यम से छात्रों द्वारा मांग की गई है कि पीएचडी परीक्षा परिणाम में हुई अनियमितता जैसी जटिल समस्या का अतिशीघ्र स्थाई समाधान किया जाए। पीएचडी मोर्चा के सदस्य पौराणिक दीपोत्सव के त्योहार पर भी पूर्णतया विरत रहेंगे।
पीएचडी संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर जनपद के मुफ्तीगंज, कुण्डीनाला स्थित बाबा पयहारीनाथ आश्रम पर पीएचडी संघर्ष मोर्चा के दिव्यप्रकाश सिंह की अगुवाई में सामूहिक रक्तपत्र कार्यक्रम के तहत मोर्चा के सदस्यों ने अपना खून निकलवाया और इसके बाद खून से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखे।
खून से लिखे गए पत्रों में कहा गया है कि हम शोध अभ्यर्थियों के साथ विश्विद्यालय प्रशासन व कुलपति द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। शोध परीक्षा परिणाम में पूर्व में उत्तीर्ण होते हुए भी हम अभ्यर्थियों को साजिशन अनुत्तीर्ण किया गया। सभी ने एक एक करके पत्र के माध्यम से कहा है कि हम शोध अभ्यर्थियों के भविष्य को देखते हुए हमारी समस्या का अतिशीघ्र समाधान किया जाय और समाधान न होने की स्थिति में उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की है।
कार्यक्रम के दौरान सपा नेता अतुल सिंह ने कहा कि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्विद्यालय के गरिमामयी इतिहास में पहली बार शून्य संवेदना से लबरेज कुलपति ने बड़े पैमाने पर छात्रों के साथ पूर्वनियोजित धोखा किया है।
इस अवसर पर पीएचडी के पीड़ित अभ्यार्थी दिव्य प्रकाश सिंह बताया कि आज हमलोग मुख्यमंत्री को अपने खून से लिखा हुआ पत्र सौंप रहे हैं। और हमने संकल्प लिया है कि हम आज दीपावली नहीं मनाऐंगे। हम तब तक दीपावली नहीं मनाएंगे जब तक हमको न्याय नहीं मिल जाता है। हमारे जीवन में खुशी तभी आएगी जब हमको पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा न्याय मिल जाएगा ।जब तक न्याय नही मिलेगा हम इस तरीके से संवैधानिक लड़ाई लड़ते रहेंगे।
इसी क्रम में अधिवक्ता विकाश तिवारी ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ पीएचडी परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ आज सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री को हम लोगों द्वारा खून से पत्र लिखकर दीपावली के दिन भेजा है। शाशन प्रशाशन द्वारा हम लोगों की फरियाद सुनी जाए। इन छात्रों का आंदोलन काफी समय से चल रहा है लेकिन इनकी बातें नही सुनी जा रही है। आगामी दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आ रही हैं। हम उनतक आवाज पहुंचाने का काम कर रहे हैं हमारी आवाज सुना जाए। और विश्वविद्यालय व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म किया जाए। और छात्रों के साथ न्याय किया जाय। विश्विद्यालय में यू०जी०सी० की गाइडलाइन व राज्य सरकार के निर्देशों को ताख पर रखकर मनमानी तरीके से कार्य किया जा रहा है। हम सभी मोर्चा के लोग आज अपने लहू से पत्र लिखकर न्याय की आखिरी उम्मीद में सूबे के मुखिया को रक्तपत्र भेज रहे है।
खून से पत्र लिखने वालों में प्रमुख रूप से विकास तिवारी, अतुल सिंह, दिव्यप्रकाश सिंह,शशांक मिश्र, विजय प्रताप, संदीप कुमार, चंद्रपाल, संजय सोनकर, रुद्रेश त्रिपाठी, अमित श्रीवास्तव, अभिषेक यादव,अरुण यादव, विजय सिंह, सचिन यादव, अभय सिंह, सुशील मिश्र समेत तमाम अभ्यर्थी व सहयोगी उपस्थित रहे।